tag:blogger.com,1999:blog-6860246720244916718.post526116215682458558..comments2023-08-10T08:36:45.155-07:00Comments on समस्या पूर्ति मंच: चौथी समस्या पूर्ति - घनाक्षरी - बन्नो के हैं आभूषण-परिधान भ्रष्टाचारwww.navincchaturvedi.blogspot.comhttp://www.blogger.com/profile/07881796115131060758noreply@blogger.comBlogger12125tag:blogger.com,1999:blog-6860246720244916718.post-37405107646345105072011-06-28T10:32:17.926-07:002011-06-28T10:32:17.926-07:00बहुत सुन्दर और गहरे अर्थों के साथ धनाक्षरी छंद ..ब...बहुत सुन्दर और गहरे अर्थों के साथ धनाक्षरी छंद ..बहुत अछे लगे ..ब्रिजेश त्रिपाठी जी को धन्यवाद और नवीन भाई को सादर धन्यवादडॉ. नूतन डिमरी गैरोला- नीतिhttps://www.blogger.com/profile/08478064367045773177noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6860246720244916718.post-35141804178431130282011-06-28T05:16:31.429-07:002011-06-28T05:16:31.429-07:00छंद ते अच्छे बन ही गये\ मगर आजकल वो संत कहाँ जिनसे...छंद ते अच्छे बन ही गये\ मगर आजकल वो संत कहाँ जिनसे कुछ सीख सकें दुकाने हैं जहाँ धनवान लोगों की ही पहुँच है। धन्यवाद।निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6860246720244916718.post-80850978702299643252011-06-28T00:55:36.333-07:002011-06-28T00:55:36.333-07:00त्रिपाठी जी के चाँद से तुलना वाले छंद और बन्ने बनन...त्रिपाठी जी के चाँद से तुलना वाले छंद और बन्ने बननी के व्यंग से सने छंद अद्वितीय हैं...एक लोहार की सौ सुनार की वाली उक्ति सत्य हो गयी है...त्रिपाठी जी की लेखनी को नमन.<br /><br />नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6860246720244916718.post-55712651496906709932011-06-27T22:52:04.516-07:002011-06-27T22:52:04.516-07:00त्रिपाठी जी ! आपके सारे छंद एकदम हटके रहे | बहुत आ...त्रिपाठी जी ! आपके सारे छंद एकदम हटके रहे | बहुत आनंद आया पढ़ कर | बहुत खूब !!!!!Shekhar Chaturvedinoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6860246720244916718.post-9248291284077490442011-06-27T22:43:17.908-07:002011-06-27T22:43:17.908-07:00अपनी बात को इस तरीके से भी रहा जा सकता है ...छंदों...अपनी बात को इस तरीके से भी रहा जा सकता है ...छंदों के माध्यम से ... बहुत बड़ी बात है ... बुत लाजवाब छंद हैं सारे ... बहुत बहुत शुक्रिया ब्रिजेश जी का ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6860246720244916718.post-60033008618205195942011-06-27T20:49:37.035-07:002011-06-27T20:49:37.035-07:00आप सभी सुधी जनों को प्रणाम आप की मधुर टिप्पणिया उत...आप सभी सुधी जनों को प्रणाम आप की मधुर टिप्पणिया उत्साह बढाती हैं ... सुमधुर छंदों का यह प्रवाह आगे भी बढ़ता रहे हम सभी का यही प्रयास होना चाहिएDr.Brijeshhttps://www.blogger.com/profile/03857665600833546076noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6860246720244916718.post-28706893471493018182011-06-27T20:20:25.969-07:002011-06-27T20:20:25.969-07:00त्रिपाठीजी ने समसामयिक विषय पर छंद लिखकर वर्तमान प...त्रिपाठीजी ने समसामयिक विषय पर छंद लिखकर वर्तमान परिवेश को छंदों में ढाल दिया है, बहुत श्रेष्ठ। बधाई।अजित गुप्ता का कोनाhttps://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6860246720244916718.post-11570738944342477102011-06-27T18:26:21.606-07:002011-06-27T18:26:21.606-07:00ये बन्नो और दुल्हा तो जग ज़ाहिर हैं .लेकिन एक और क्...ये बन्नो और दुल्हा तो जग ज़ाहिर हैं .लेकिन एक और क्वारा बन्ना है जो ४५ का हो चला लेकिन ब्याह न करे कहवे -वंश -शासन मिटाने का इससे बढ़िया ज़रिया क्या हो सकता है . घनाक्षरी एक के बाद एक कामल कर रही है .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6860246720244916718.post-81799521201015048762011-06-27T17:56:58.571-07:002011-06-27T17:56:58.571-07:00अपनी बात कहने का नया अंदाज |बधाई
"बन्नो सरका...अपनी बात कहने का नया अंदाज |बधाई <br />"बन्नो सरकारी वेश भूषा में अच्छी लगे " बहुत सही है <br />आशाAsha Lata Saxenahttps://www.blogger.com/profile/16407569651427462917noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6860246720244916718.post-37222321932579386552011-06-27T17:04:17.591-07:002011-06-27T17:04:17.591-07:00छंद पढकर अच्छा लगा.सुन्दर ढंग से अपनी बातें कह् दी...छंद पढकर अच्छा लगा.सुन्दर ढंग से अपनी बातें कह् दीं हैं.Rakesh Kumarhttps://www.blogger.com/profile/03472849635889430725noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6860246720244916718.post-12872940084062472432011-06-27T10:57:26.935-07:002011-06-27T10:57:26.935-07:00बहुत अच्छे छंद हैं। बृजेश जी अनुभव साफ झलकता है इन...बहुत अच्छे छंद हैं। बृजेश जी अनुभव साफ झलकता है इन छंदों में। शानदार घनाक्षरियों के लिए उन्हें बहुत बहुत बधाई।‘सज्जन’ धर्मेन्द्रhttps://www.blogger.com/profile/02517720156886823390noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6860246720244916718.post-38189996921177718612011-06-27T09:47:37.723-07:002011-06-27T09:47:37.723-07:00त्रिपाठी जी, बधाई...
बहुत खूबसूरत छंद लिखे हैं आपन...त्रिपाठी जी, बधाई...<br />बहुत खूबसूरत छंद लिखे हैं आपने<br />आनंद आ गया।महेन्द्र वर्माhttps://www.blogger.com/profile/03223817246093814433noreply@blogger.com